Saturday, 17 October 2015

प्रिंटर कंप्यूटर के बाहरी हार्डवेयर का एक यंत्र होता है, जो कंप्यूटर से डाटा को लेता है और उस डाटा को पेपर पर छापता है. प्रिंटर आज हर क्षेत्र में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला यंत्र है, जिसका इस्तेमाल जरूरी कागजो की हार्ड कॉपी, फोटो इत्यादि बनाने के लिए किया जाता है. प्रिंटर अलग अलग आकार, स्पीड, प्रिंट गुणवत्ता और कीमत के मिलते है. 
अगर आप अपने कंप्यूटर / लैपटॉप के लिए प्रिंटर लेना चाहते है तो उनमे इम्पैक्ट / नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर के हिसाब से अंतर किया जा सकता है. क्योकि इम्पैक्ट प्रिंटर एक तरह से अपने आप चलने वाले टाइपराइटर की तरह काम करता है. इम्पैक्ट प्रिंटर का सबसे अच्छा उदहारण डॉट – मैट्रिक्स प्रिंटर है, ये सस्ता और सबसे अच्छा इम्पैक्ट प्रिंटर माना जाता है. नॉन इम्पैक्ट प्रिंटर में सबसे ज्यादा जाना जाने वाले प्रिंटर इंकजेट प्रिंटर है, जिनमे कम कीमत वाले रंगीन प्रिंटर आते है जैसेकि लेज़र प्रिंटर. लेज़र प्रिंटर एक लेसर बीम का इस्तेमाल करके प्रिंट करता है. 
 
Printers and The Types of Printer
Printers and The Types of Printer

प्रिंटर के गुण
प्रिंटर के 4 ऐसे गुण है इनकी वजह से सब इनकी तरफ आकर्षित होते है और इनका इतना ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. 
-    रंग – अगर आप अपनी किसी प्रेजेंटेशन से सम्बंधित जानकारियों को पेजो पर प्रिंट करवाना चाहते हो तो आपके लिए अपनी जानकारियों का सही कलर में होना जरुरी होता है. तो कलर प्रिंटर आपकी इस परेशानी को आसानी से दूर कर देता है. कलर प्रिंटर में 2 कार्ट्रिज इंक लगी होती है. एक ब्लैक इंक और दूसरी रंग इंक. 
-    प्रस्ताव ( Resolution ) पिंटर द्वारा प्रिंट किये गये पेपर के शब्दों का रंग और उनके सफाई से दिखने को ज्यादातर dot par inch में नापा जाता है और उसी से उसकी प्रस्तावना का पता चलता है. जितना ज्यादा प्रिंटर अच्छा resolution देता है उतनी ही साफ़ प्रिंट में सफाई आती है.
-    गति – प्रिंटर की प्रिंट करने की स्पीड भी अच्छी होनी चाहिए क्योकि जब आपको बहुत सारे पेपर को प्रिंट करना हो तो उन्हें समय पर प्रिंट करने के लिए प्रिंटर की अच्छी स्पीड का होना बहुत आवश्यक होता है.
-    मेमोरी ( Memory ) ज्यादाता प्रिंटर में बहुत कम मेमोरी आती है जिसको इस्तेमाल करने वाले बढ़वा सकते है. जितनी ज्यादा आपके प्रिंटर में मेमोरी होगी प्रिंटर भी उतनी ही ज्यादा गति से पेपर को प्रिंट करता है. 
 
Printer or Printers ke Prkar
Printer or Printers ke Prkar

प्रिंटर के प्रकार –
प्रिंटर कई प्रकार के होते है. उनको उनकी टेक्नोलॉजी, प्रिंट करने की क्षमता आदि को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित श्रेणियों में बात जा सकता है.
1.       डॉट मैट्रिक्स ( Dot Matrix ) प्रिंटर : डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर जो अक्षरों को छापता है और उन अक्षरों के बीच का अंतर भी कम रखता है. ये बहुत मांगे होते है, लेकिन ये एक साथ बहुत सारे पेपर को प्रिंट कर सकता है. इनके प्रिंट की गुणवत्ता उतनी अच्छी नही होती.
गति – प्रिंटर के काम करने की गति को cps ( Character per Second ) में नापा जाता है. डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर हर सेकंड में 50 से 500 अक्षर तक छाप सकता है. हर डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर की अलग गति होती है.
प्रिंट गुणवत्ता – इनकी गुणवत्ता इनकी पिन पर निर्धारित होती है. इनमे 9, 18, और 24 पिन पाई जाती है. सबसे अच्छे डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर में 24 पिन पाई जाती है. और इसीलिए इनकी प्रिंट गुणवत्ता भी बाकी के डॉट मैट्रिक्स पिंटर से बहुत अच्छी होती है.
इंक – डॉट मैट्रिक्स पिंटर अपनी इंक के लिए रिबन का इस्तेमाल करते है.
डॉट मैट्रिक्स प्रिंटर काम करते वक़्त बहुत आवाज़ करते है. 
2.       इंक जेट ( Ink Jet ) प्रिंटर : एक ऐसा प्रिंटर है जो पेपर पर इंक छिड़क कर अपना काम करता है. इनमे कुछ चुम्बकीये प्लेट होती है जो इंक को उनकी सही जगह पर ही छिड़कती है. इंक जेट प्रिंटर के प्रिंट गुणवत्ता भी बहुत अच्छी होती है जो लगभग लेज़र प्रिंटर के प्रिंट के जैसी ही होती है. 
गति - एक लेज़र प्रिंटर हर सेकंड 600 अक्षर तक प्रिंट कर सकता है. हर इंक जेट प्रिंटर की काम करने की गति भी अलग अलग होती है.
प्रिंट गुणवत्ता – इनकी प्रिंट करने की गुणवत्ता को DPI ( Dot Per Inch ) में नापा जाता है और इनकी प्रिंट करने की गुणवत्ता हर इंच में 2440*1220 होती है. हर इंक जेट प्रिंटर की DPI अलग अलग होती है. 
इंक – इंक जेट प्रिंटर प्रिंट के इस्तेमाल के लिए कार्ट्रिज इंक का इस्तेमाल करते है.
इनकी कीमत लेज़र प्रिंटर से कम होती है लेकिन ये लेज़र प्रिंटर से कम गति पर काम करते है. इनमे एक कमी ये भी होती है कि इनमे सिर्फ एक खास तरह की ही इंक का इस्तेमाल किया जाता है.
3.       लेज़र ( Laser ) प्रिंटर : लेज़र प्रिंटर पेपर पर प्रिंट करने के लिए लेज़र बीम का इस्तेमाल करते है ताकि इमेज को ड्रम ( drum ) पर उतर सके. लेज़र प्रिंटर की रोशनी इलेक्ट्रिक चार्ज को बदल कर उन्हें ड्रम तक पहुंचती है. उसके बाद ड्रम रोल होकर टोनर से गुजरता है. टोनर ड्रम से इलेक्ट्रिक चार्ज को पकड़ता है. अंत में टोनर को गर्मी और दबाव के साथ एक पेपर तक भेजा जाता है और इस तरह लेज़र प्रिंटर पेपर पर प्रिंट निकलता है.
गति – लेज़र प्रिंटर की काम करने की गति को PPM ( Paper per Minute ) में नापा जाता है. ये हर मिनट में 31 से 40 पेज प्रिंट कर देता है.
प्रिंट गुणवत्ता – इनकी DPI लगभग 4880*2440 तक होती है. ये सबसे साफ़ प्रिंट देते है.
इंक – लेज़र प्रिंटर में प्रिंट इंक के रूप में टोनर कार्ट्रिज का इस्तेमाल किया जाता है.
कुछ अन्य प्रिंटर :
·         फोटो प्रिंटर : ये वो प्रिंटर है आपकी फोटोज को प्रिंट करता है. इनमे प्रिंट के लिए एक अलग पेपर का इस्तेमाल किया जाता है.
·         डाई सबलीमेंसन ( Sublimation ) प्रिंटर : इन प्रिंटर का इस्तेमाल गर्मी के माध्यम से प्लास्टिक कार्ड, प्रिंटर पेपर और शादी के कार्ड बनाना होता है.
·         आल इन वन प्रिंटर : इस प्रिंटर में आप प्रिंट, स्कैनिंग और फैक्स सभी चीज़े एक साथ कर सकते हो.
·         प्लॉटर ( Plotter ) : प्लॉटर का इस्तेमाल बड़े बड़े पोस्टर, बैनर और डाक्यूमेंट्स को प्रिंट करने के लिए किया जाता है.
·         3D प्रिंटर : ये वो प्रिंटर है जो 3D इमेज को प्रिंट करता है. 
वायरलेस प्रिंटर : इन प्रिंटर की मदद से आप बिना वायर से जुड़े, ब्लूटूथ वाई फाई के जरिये भी प्रिंट निकाल सकते हो.
 
प्रिंटर और उसके प्रकार
प्रिंटर और उसके प्रकार

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